रंग बदलने में माहिर कोरोना का अब नया वेरिएंट सामने आया है.साउथ अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने नई मुसीबत खड़ी कर दी है. साउथ अफ्रीका के बाद कुछ और देशों में इस वायरस के मरीज मिले हैं. ओमीक्रॉन नाम दिया गया हे इस कोरोना के नए वैरिएंट को. अब इस वैरिएंट को ओमीक्रॉन नाम से जाना जायेगा. इस वैरिएंट को लेकर WHO ने चेतावनी भी जारी कर दी है. WHO ने कहा कि ये ओमीक्रॉन बेहद तेजी से फैलता है. WHO ने इसे बेहद चिंताजनक वरिनेन्ट करार दिया है
भारत में नए वेरिएंट का एक भी केस नहीं
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की दहशत पूरी दुनिया में देखने को मिल रही है. सरकारें सतर्कता बरत रही हैं.सभी देश की सरकार अलर्ट हो चुकी हे। भारत ने भी सतर्कता बरतते हुए ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, मॉरीशस, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, हांगकांग और इजाइल से आने वाले यात्री पर खास ध्यान दिया जायेगा . इन देशों से भारत आ रहे यात्रियों की दिल्ली एयरपोर्ट पर जांच कराई जा रही है.
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा यह घोषणा पिछले कुछ महीनो में वायरस के नए प्रकार के वर्गीकरण में पहली बार की गई है. इसी वर्ग में कोरोना वायरस के डेल्टा प्रकार को भी रखा गया था जिसका प्रसार दुनियाभर में हुआ था. कई दिनों बाद ऐसा हुआ है कि कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट ने लोगों को फिर से डरा दिया है. दुनिया के कई देशों ने इसे लेकर बेहद सतर्कता बरतनी जारी कर दी है. भारत भी इसे लेकर अलर्ट है. और गाइडलाइन जारी कर चुका है.
कोरोना के नए वेरिएंट की खबरें आने के बाद लोगों की टेंशन बढ़ गई है। उनके मन में कई सवाल उठ रहे हैं। यह वेरिएंट कितना खतरनाक है? इससे कैसे बचा जा सकता है? वैक्सीन इस पर कितनी कारगर है? ऐसे सभी सवालों के जवाब एम्स के डॉक्टर नवीत विग ने दिए हैं।
डॉक्टर नवीत एम्स दिल्ली में कोविड टास्क फोर्स के चेयरपर्सन भी हैं। उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि नया वेरिएंट ज्यादा ट्रांसमिसबल है। यानी यह अधिक तेजी से फैलता है। इम्यूनिटी को मात देने में भी यह ज्यादा कुशल है।
नवीत ने नए वेरिएंट के आते रहने की तरफ इशारा किया। उन्होंने कहा, ‘हमें यह समझना होगा कि नए वेरिएंट आते रहेंगे। ऐसे में यूनिवर्सल वैक्सीनेशन यानी सभी लोगों को वैक्सीन लगनी बहुत महत्वपूर्ण है।