मुझे नहीं लगता कि बॉलीवुड मुझे अफोर्ड कर सकता है, इसलिए मैं अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहता। यह बात दक्षिण भारतीय सुपरस्टार महेश बाबू ने सोमवार को अपने प्रोडक्शन वेंचर ‘मेजर’ के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में कही। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि देश भर में तेलुगु फिल्मों की ब्लॉकबस्टर स्क्रीनिंग के साथ भारतीय सिनेमा का अर्थ बदल गया है।”
मैं पैन इंडिया स्टार नहीं बनना चाहता
‘मेजर’ के ट्रेलर लॉन्च के दौरान महेशबाबू का कहना है कि उनका उद्देश्य खुद को पैन इंडिया स्टार के रूप में पेश करना नहीं है, बल्कि पूरे देश में दक्षिणी फिल्मों को सफल बनाना है। मैं हमेशा से तेलुगु फिल्में करना चाहता हूं और मैं चाहता हूं कि पूरे भारत के लोग इन फिल्मों को देखें और अब मैं बहुत खुश हूं कि ऐसा हो रहा है। मैंने हमेशा माना है कि मेरी ताकत तेलुगु फिल्में हैं। उन्होंने सारी हदें पार कर बॉलीवुड, टॉलीवुड को भारतीय सिनेमा बना दिया है।
बॉलीवुड में काम करेंगे?
महेशबाबू कहते हैं, ”मुझे हिंदी में बहुत सारे प्रस्ताव मिले, लेकिन मुझे नहीं लगता कि बॉलीवुड मुझे अफोर्ड कर सकता है.” इसलिए मैं अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहता। तेलुगु सिनेमा ने मुझे जो प्यार और स्टारडम दिया है, उसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। मैंने हमेशा सोचा था कि मैं फिल्में बनाऊंगा और उन्हें उठाया जाएगा और मेरा विश्वास अब एक वास्तविकता में बदल रहा है। मैं इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकता।
फिल्म मेजर
फिल्म मेजर मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर आधारित है, जो 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान शहीद हो गए थे। आदिवी शेष अभिनीत इस फिल्म का निर्देशन शशि किरण टिक्का ने किया है। फिल्म के लेखक भी आदिवासी शेष हैं। फिल्म का निर्माण सोनी पिक्चर्स फिल्म्स इंडिया ने महेशबाबू के जीएमबी एंटरटेनमेंट और ए + एस मूवीज के सहयोग से किया है। फिल्म 3 जून को रिलीज होने वाली है। गौरतलब है कि महेशबाबू एसएस राजामौली से भी फिल्म को लेकर चर्चा कर रहे थे।